अगर आप भी ओवेरथिंकिंग से परेशान हैं तो करें यह सरल उपाय How to stop overthinking?

सोच विचार की यह जो प्रक्रिया है (thought process) यह हमारे मस्तिष्क का एक अभिन्न अंग होता है। लेकिन इसकी वजाय दिमाग हमेशा चलता रहे तो यह फिर  Overthinking कहलाने लगती है। इस ओवरथिकिंग की प्रक्रिया को हम पॉइंट्स के द्वारा समझते है जैसे कि, क्या आपका जो दिमाग है उस में हमेशा सोच विचार आप करते रहते हैं। आप रात को सो भी नहीं पाते क्योंकि आपका दिमाग सोचने विचारने मे दौड़ता रहता होगा। और आप जल्दी से कोई फैसला भी नहीं ले पाते होंगे क्योंकि आप हमेशा ज्यादातर सोचते ही रहते होंगे मतलब कि आप अपने Mind पर Control नहीं रख पाते होंगे। कंटिन्यू दिमाग चलते रहने से आप काफी जायदा थका हुआ महसूस करते हैं। अगर आप मे पॉइंट्स मे बताये लक्षण है तो आप Overthinking (अत्यधिक सोच) के शिकार हैं।

क्या अत्यधिक सोच से छुटकारा पाया जा सकता है
Can overthinking be overcome

हाँ जी बिलकुल, अत्यधिक सोच (Overthinking) से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। पर थोड़ा समय जरुर लग सकता है परन्तु अगर आप नीचे दी गयी प्रक्रिया को फॉलो करोगे तो आप ओवरथिंकिंग की समस्या से जरुर छुटकारा पा सकते हैं। तो हम जानते हैं की अत्याधिक सोच की समस्या से छुटकारा कैसे पाएं।

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अत्याधिक सोच की समस्या से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है
How to stop overthinking

हम सभी यह जानते हैं कि पहले विचार हमारे दिमाग में आता है बाद मे यह विचार क्रिया का रूप लेता है। हम लोगो को कोई भी काम बड़ा सोच समझकर करना काफी जरूरी होता है। पर किसी भी किसी भी कार्य को लेकर जरूरत से ज्यादा भी सोचना और अगर आप वो बाते सोच रहें हैं जो काम से बिलकुल जुडी नहीं है, आपको और आपके कार्य  दोनों को ही नुकसान पहुंचाता है। तो इसे सोचे की समस्या नहीं है बल्कि अत्याधिक सोचने की समस्या कहते हैं और इसे कम करना बहुत आवश्यक होता है। तो आइये हम जानते हैं कि अत्याधिक सोच की समस्या  (Overthinking) से छुटकारा कैसा पाया जाए इसके लिए हम करेंगे कुछ उपाय जो की बहुत फायदेमंद है|

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स्वीकार करें की आप जरूरत से ज्यादा सोचते हैं
Accept that you are Over thinker

आप इस बात को अपने मन मे पूर्ण रूप से स्वीकार कर लें की आप बहुत ज्यादा सोचते हैं और आपको ऐसा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। जब आप अपने मन मे इस बात को मान लेंगे तो आप इससे राहत और छुटकारा पाने के लिए अपने आप को तैयार कर लेंगे। और आप अत्याधिक सोच यानी ओवरथिंकिंग को लेकर काफी जानने लगेंगे। आपको जब भी लगे कि आपके दिमाग में फालतू के विचार चल रहे हैं तब आप उसे तुरंत वहीं रोक दें और यह सोचना शुरू करें की आपने सोचना कहाँ से शुरू करा था। फिर आपको पता हो जायेगा कि आप कितनी फालतू की बातें बेकार में सोचकर अपना समय और अपनी शक्ति फालतू मे ही बर्वाद कर रहे हैं।

योग, ध्यान और व्यायाम करें yoga, meditation and exercise

मस्तिष्क और शरीर को स्वस्थ्य रखते का काम योग, ध्यान और व्यायाम ही करते हैं। ध्यान (meditation) अत्याधिक सोच की समस्या (overthinking problem) में काफी लाभ देता है। आप ध्यान (meditation) को अपने जीवन को हिस्सा  जरुर ही बनायें।

अपने पसंद की चीज़े करें  Do the things you like

जब भी आप के पास खाली समय हो तो कोई भी ऐसा काम करें जिस काम को करना आपको अच्छा बहुत अच्छा लगता हो। जैसे की किताबे पढ़ें, गाने सुने, गाने गायें और घूमने जाएँ। अगर आपके घर में बच्चे हैं तो बच्चों के साथ खेलें ताकि आपके दिमाग मे फालतू के कोई विचार नहीं आए। अपने दोस्तों के साथ अपना समय बिताए।

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अपनी भावनाओं को नियंत्रण रखें  Control your emotions

अपनी भावनाओं पर जितना हो सके उतना नियंत्रण रखे का इस से अभिप्राय यह बिलकुल भी नहीं होता है की आप अपनी भावनाओं को अंदर ही दवा लें। पर आपको अपनी भावनाओं पर कंट्रोल रखना होगा। जब आप अपनी भावनाओं को  नियंत्रण मे रखते हैं तो हकीकत को आसानी से देख पाते हैं। जो अनियंत्रित भावनाएं होती है वो दिमागी विचारों को बेफजूल की गति देती हैं।

मन को शांत रखें  Make your mind calm

आजकल की ज़िंदगी भागदौड़ और तनाव से भरी होती है। बहुत से लोगों के साथ तनाव में बने रहना इतना नोरमल हो जाता है की उन्हें इस बात का पता ही नहीं चल पता की धीरे धीरे तनाव उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल रहा है। जब आपका मन अशांत होता है तब आपके मन मे नकारात्मक और फ़िज़ूल के विचार आने लगते हैं| यदि आप अत्याधिक (Overthinking) से छुटकारा पाना चाहते हैं तो अपने मन को पूर्ण रूप से शांत रखें|