जिगर Liver से सम्बंधित कुछ अवश्यक बाते Some important things related to liver in Hindi
यकृत या जिगर क्या है ? What is Liver ? in Hindi
वेसे तो शारीर का हर एक अंग अपने आप में ही एक ख़ास महत्वा रखता हैं | परन्तु आज हम बात करेंगे लीवर Liver की यानि की जिगर की जिसे विज्ञान में यकृत भी कहते हैं लीवर को हम हिंदी में जिगर के नाम से जानते हैं यह हमारे शरीर का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है। यह हमारे पेट के दाहिने (Stomach Right side) ओर होता है। यह लाल और भूरे रंग की होती है जब हम इसे छूते हैं तब यह रबड़ की तरह महसूस (Feel) होती है। इसका वजन 2.5 से लेकर 3 पोंड तक हो सकता है। जिगर का मुख्य कार्य होता है हमारे शरीर की बहुत -सी क्रियाओं को अपने नियंत्रण में करना। जब भी हमारा लीवर खराब हो जाता है, तो हमारे शरीर के कार्य करने की क्षमता (Power) खत्म होने लगती है और जब भी हमारे लीवर में किसी तरह की परेशानी होती है तो हमें उसका इलाज सही समय पर करवा लेना चाहिए। नहीं तो हमें गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है |हमें लीवर की समस्या का सामना तब करना पड़ता है जब हम अधिक मात्रा में शराब का सेवन, धूम्रपान, तले हुए भोजन का अधिक सेवन, खट्टा अधिक खाना आदि ।
जिगर का कार्य है ? Have Liver Function? in Hindi
- जिगर शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्य करता है जैसे की भोजन पचाना
- इसका कार्य पित्त का उत्पादन करना भी होता है।
- पित एक ऐसा तरल पदार्थ होता है जो हमारी पित्ताशय की थैली में वसा और विटामिन के अवशोषण के लिए अति आवश्क है
- जो खून को छानने में मदद करता है।
- जब भी हम किसी तरह का नुकसानदायक पदार्थ लेते हैं
- तब लीवर निष्क्रिय कर देता है और प्रोटीन पैदा करता है जो हमें संक्रमण होने से बचाता है।
- लीवर के कार्य कुछ इस प्रकार से हैं जैसे कि एंजाइम सक्रियण, पित्त उत्पादन और मलत्याग, रक्त डिटॉक्सिफिकैशन (detoxification) और शुद्धिकरण
How To Care Of Liver In Hindi
लिवर के बीमारी के लक्षण Symptoms of Liver Disease
- त्वचा और आँखें जो पीली दिखाई देती हैं (पीलिया)
- पेट दर्द और सूजन
- पैरों और टखनों में सूजन
- खुजली और परतदार त्वचा
- गहरे रंग का मूत्र
- पीला मल का रंग
- पुरानी थकान और थकान
- उलटी अथवा मितली
- भूख में कमी
- आसानी से झाड़ने की प्रवृत्ति
जिगर की बीमारी के प्रकार Types of Liver Disease
जिगर रोग कई प्रकार के होते हैं जो नीचे दिए गये हैं |
- वायरस के कारण होने वाले रोग, जैसे हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी
दवाओं, जहर या बहुत अधिक शराब के कारण होने वाले रोग। - अगर हम भोजन में वसायुक्त लीवर रोग (Fatty liver disease) और सिरोसिस शामिल हैं। यकृत कैंसर हेमोक्रोमैटोसिस (Liver cancer hemochromatosis)
- और विल्सन रोग जैसी ख़तम ना होने वाली बीमारियां प्राथमिक पित्तवाहिनीशोथ फैटी लीवर, शराबी हेपेटाइटिस जैसी जीवनशैली से संबंधित जिगर की बीमारी हो सकती हैं |
जिगर यानि लीवर की बीमारी के कारण क्या हैं Causes of liver disease in Hindi
- सिगरेट और शराब ज्यादा पीना, दूषित मांस खाना, गंदा पानी पीना, मिर्च मसालेदार और चटपटे खाने का अधिक सेवन करना
- खाने में तेल मसाले ज्यादा प्रयोग करना
- जंक फूड का सेवन करना
- लगातार (Continuous) कई दिनों तक कब्ज रहना
- नकली दवाओं और एंटीबायोटिक दवाईयों (Antibiotic Medicine) का अधिक मात्रा में सेवन करना |
- खाने पीने में लापरवाही बरतने (Carelessness of eating & drinking) पर लीवर से जुड़ी कई बीमारियां (Liver disease) हो सकती हैं।
- गलत आदतों की वजह से लीवर खराब होने की आशंका (apprehension) सबसे ज्यादा होती है। जैसे शराब का अधिक सेवन करना, धूम्रपान अधिक करना, और अधिक नमक सेवन आदि।
लीवर को मजबूत करने के लिए क्या खाएं What to eat to strengthen the liver in Hindi
आज के व्यस्त जीवन में लोगों को स्वस्थ आहार करने का समय नहीं मिलता है। जो लीवर सहित कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। अधिकांश लोगों का प्रश्न होता है कि लीवर को मजबूत कैसे बनाएं या लीवर को मजबूत करने का नुस्खा क्या है। तो आइये हम बताते हैं कुछ घरुले नुस्खे |
- लीवर को मजबूत करने के घरेलू उपाय अलसी (Linseed home remedies to strengthen the liver) – लीवर खराब होने पर या लीवर की खराबी होने पर अलसी के बीजों का सेवन किया जाना चाहिए। अलसी के बीज में फाइटोकोन्स्टिट्यूएंटस (phytoconstituents) की मौजूदगी होती है। जिसके कारण यह रक्त में हार्मोन के फैलने से रोकता है और यकृत पर तनाव को कम करता है। यदि आपके लीवर में किसी प्रकार का इंफेक्शन है तो तुरंत ही डॉक्टर की सलाह लें। साथ ही उपचार प्रक्रिया को तेज करने के लिए आप अपने आहार में अलसी के बीजों को शामिल करें।
- लीवर को मजबूत करने का नुस्खा सेब का सिरका (Apple cider vinegar)- सेब का सिरका लिवर को डिटॉक्स (Liver detox) करने में मदद करता है। यदि आप भी अपने लीवर को साफ रखना चाहते हैं तो भोजन करने से पहले थोड़े से सेब के सिराका का सेवन करें। ऐसा करने से सेब का सिरका शरीर में मौजूद वसा को चयापचय करता है। आप अपने लीवर को मजबूत बनाने के लिए सेब के सिरका (Apple cider vinegar) का कई प्रकार से सेवन कर सकते हैं। जैसे कि – 1 गिलास पानी में 1 चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और सेवन करें। विकल्प के रूप में आप 1 चम्मच सेब के सिरका और 1 चम्मच शहद को 1 गिलास पानी में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं। दिन में 2 से तीन बार इस मिश्रण का सेवन लीवर को साफ करने का सबसे अच्छा तरीका है।
- लीवर को मजबूत करने के उपाय हल्दी (Measures to strengthen liver Turmeric)– लीवर को स्वस्थ्य रखने के लिए हल्दी बहुत ही प्रभावी होती है। हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा भी होती है। नियमित रूप (Regular Form) से हल्दी का सेवन करने से हेपेटाइटिस बी और सी के वायरस के प्रभाव और प्रसार को रोका जा सकता है। लीवर को मजबूत करने के तरीके में आप हल्दी को अपने आहार में शामिल करने के साथ दूध में मिलाकर भी उपभोग कर सकते हैं। इसके लिए आप प्रतिदिन सुबह और रात में सोने से पहले 1 गिलास गुनगुने दूध में 1 चुटकी हल्दी पाउडर मिलाकर पिएं।
- लीवर मजबूत करने के तरीके हैं अंडा (There are ways to strengthen liver)–अंडा सामान्य स्वास्थ्य और ऊर्जा में वृद्धि के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। लेकिन स्वास्थ्य सलाहकारों के अनुसार लीवर को स्वस्थ रखने में अंडा अहम भूमिका निभाता है। इसमें मौजूद प्रोटीन और विटामिन लीवर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को पुन:जीवित करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा अंडे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट लीवर को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से भी बचाते हैं। यदि आप भी अपने लीवर को स्वस्थ और निरोगी रखना चाहते हैं तो अपने नियमित आहार में अंडो को शामिल करें। लीवर को मजबूत बनाने का घरेलू नुस्खा के रूप में अंडा बहुत ही लोकप्रिय खाद्य पदार्थ माना जाता है।
- लीवर को मजबूत बनाने का तरीका मुलैठी चाय (Liquorice tea)- अस्वस्थ लीवर को स्वस्थ्य बनाने के लिए मुलैठी (Licorice) एक प्रभावी जड़ी बूटी है। लीवर की क्षतिग्रस्त स्थिति को ठीक करने के लिए कई औषधीय और आयुर्वेदिक दवाओं (Ayurveda Medicine) के निर्माण में मुलैठी का प्रमुख रूप से उपयोग किया जाता है। मुलैठी की चाय बनाने के लिए आप मुलैठी की जड़ को पीस लें और उबलते पानी में डालें। कुछ देर के बाद आप इस मिश्रण को छान लें और ठंडा होने दें। लीवर संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए इस पेय का नियमित रूपसे दिन में 2 बार सेवन करना चाहिए।